नमस्कार दोस्तों हमारे वेबसाइट पर आप लोगों का बहुत-बहुत स्वागत है आज क्या हमारे इस पोस्ट में education से रिलेटेड आपको बहुत ही महत्वपूर्ण प्रश्न का उत्तर यहां पर आपको मिलने वाला है जिसमें हम हिंदी साहित्य से जीवनी और आत्मकथा दो प्रकार की विधाएं हैं जिनमें अंतर को स्पष्ट करेंगे और पूरी तरह से जीवनी किसे कहा जाता है तथा आत्मकथा किसे कहा जाता है ? इन दोनों में क्या-क्या अंतर पाए जाते हैं ? इन सभी सवालों के बारे में पूरी जानकारी आपको मिलने वाली है दरअसल होता यूं है कि तमाम लोग ऐसे होते हैं की जीवनी और आत्मकथा को एक ही समझते हैं लेकिन जीवनी वह है जो कोई भी लेखक किसी अन्य व्यक्ति के जीवन से जुड़ी हुई समस्त घटनाओं का वर्णन करता है लेकिन आत्मकथा वह है जो लेखक स्वयं की जीवन की घटनाओं का वर्णन करता है इसमें अनेक प्रकार के अंतर भी आपको स्पष्ट होते दिखाई देंगे
जीवनी क्या है (jeevni kya hai)
जीवनी को अंग्रेजी में बायोग्राफी (biogrophy) भी कहा जाता है अतः कोई भी लेखक किसी भी महत्वपूर्ण व्यक्ति की जीवनी को लिख सकता है और उसके जीवन से जुड़ी हुई कोई विशिष्ट घटना या संपूर्ण घटना को भी वह लिख सकता है जैसा कि आप लोगों को मालूम होगा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं तो आप नरेंद्र मोदी के जीवनी के बारे में आप लिख सकते हैं क्योंकि नरेंद्र मोदी एक विशिष्ट व्यक्ति हैं इसलिए उनका जीवन से जुड़े हुए अनेक प्रश्नों के उत्तर आपको पता होना चाहिए और उसके बाद आप बड़ी आसानी से नरेंद्र मोदी की जीवनी लिख सकते हैं इस प्रकार से कोई भी लेखक किसी भी विशिष्ट व्यक्ति के जीवन से जुड़ी हुई समस्त घटनाओं की जानकारी को जब वह व्यक्त करता है तो उसे जीवनी विधा कहा जाता है
आत्मकथा क्या है (aatmkatha kya hai)
आत्मकथा हिंदी साहित्य की वह विधा है जिसके अंतर्गत लेखक स्वयं के जीवन की घटनाओं के बारे में संपूर्ण वर्णन करता है और यह पूर्णतया सत्य होता है क्योंकि जीवनी में कुछ गलतियां भी हो सकती है क्योंकि जीवनी के अंतर्गत अन्य लेखक उस व्यक्ति के विशिष्ट घटनाओं को लेकर लिखता है लेकिन आत्मकथा में लेखक स्वयं के जीवन से जुड़ी हुई समस्त घटनाओं का वर्णन करता है इस प्रकार से आत्मकथा सिर्फ एक व्यक्ति एक ही लिख सकता है जबकि जीवनी एक व्यक्ति अनेक प्रकार की जीवनी अनेक लोगों की जीवनी लिखने में सक्षम होता है इस प्रकार की लेख को आत्मकथा कहा जाता है
जीवनी और आत्मकथा में अंतर (difference between biography and autobiography)
सीरियल नंबर | जीवनी (biography) | आत्मकथा (autobiography) |
1 | जीवनी किसी अन्य व्यक्ति के द्वारा लिखा जाता है | आत्मकथा लेखक स्वयं के जीवन की घटनाओं के बारे में लिखता है |
2 | एक लेखक अनेक व्यक्तियों की जीवनी लिखने में सक्षम होता है | एक लेखक आत्मकथा सिर्फ एक ही लिख सकता है |
3 | जीवनी में कुछ गलतियां भी हो सकती हैं क्योंकि यह किसी अन्य व्यक्ति के जीवन से जुड़ी हुई विशिष्ट घटना का उल्लेख किया जाता है | आत्मकथा में कोई गलतियां होने का स्थान ही नहीं होता है क्योंकि लेखक स्वयं के जीवन की घटनाओं का वर्णन करता है |
4 | जीवनी लिखने का मुख्य उद्देश्य उस विशिष्ट व्यक्ति के जीवन से संबंधित एक ऐसी घटना के बारे में बताना जो कि उस घटना से उस विशेष व्यक्ति का जीवन परिवर्तित होता है | आत्मकथा लिखने का मुख्य उद्देश्य स्वयं के जीवन से जुड़ी हुई परेशानियों तथा संघर्ष और साहस को बताना होता है |
5 | जीवनी जिस व्यक्ति के बारे में लिखी जाती है उसके अनुमति के बिना भी लेखक लिख सकता है | आत्मकथा लेखक स्वयं लिखता है इसलिए उसमें किसी की अनुमति होने या ना होने का कोई प्रश्न ही नहीं उठता |
आत्मकथा तथा आत्मकथाकार के नाम
नंबर | आत्मकथा | आत्मकथाकार |
1 | आपबीती | लज्जाराम मेहता शर्मा |
2 | मेरी असफलताएं | गुलाब राय |
3 | मेरा जीवन प्रवाह | योग हरि |
4 | मेरी आत्मा कहानी | आचार्य चतुरसेन शास्त्री |
5 | मेरी आत्मकहानी | श्यामसुंदर दास |
जीवनी तथा जीवनी कार के नाम
सीरियल नंबर | जीवनी | जीवनीकार |
1 | कर्मवीर गांधी | मुकुंदी लाल वर्मा |
2 | धर्मवीर गांधी | संपूर्णानंद |
3 | चंपारण में महात्मा गांधी | राजेंद्र प्रसाद |
4 | कलम का मजदूर | मदन गोपाल |
5 | आवारा मसीहा | विष्णु प्रभाकर |
निष्कर्ष (conclusion)
संपूर्ण पोस्ट पढ़ने के पश्चात हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं की जीवनी और आत्मकथा के बीच अनेक प्रकार के अंतर पाए जाते हैं क्योंकि दोनों अलग-अलग विधाएं हैं जो कि हिंदी साहित्य में उनकी रचनाएं हमें देखने को मिलती हैं जीवनी एक प्रकार की ऐसी विधा है जो कि एक विशेष व्यक्ति के विशिष्ट घटनाओं के बारे में उल्लेख किया जाता है और एक लेखक अनेक लोगों की जीवन के बारे में लिख सकता है जिसे जीवनी कहा जाता है वहीं पर आत्मकथा का अलग अर्थ हो जाता है क्योंकि आत्मकथा स्वयं के जीवन की समस्त घटनाओं के बारे में लेखक वर्णन करता है जिसे आत्मकथा कहा जाता है अतः जीवनी और आत्मकथा में अनेक प्रकार के अंतर पाए गए हैं
disclaimer
यह पोस्ट हमने अपने स्टडी के माध्यम से प्राप्त जानकारी के अनुसार लिखा है इसलिए यह पोस्ट काफी हद तक सही है यदि इसमें कोई मिस्टेक दिखाई देती है तो आप हमें कमेंट करके बता सकते हैं